Thursday, February 11, 2010

प्यार और दोस्ती


प्यार और दोस्ती
जो झुकाए वो प्यार , जो झुक जाये वो दोस्ती
जो रुलाये वो प्यार , जो हंसी लौटा लाये वो दोस्ती
जो अजमाए वो प्यार , जो कबी न जताए वो दोस्ती
जो छोड़ जाये वो प्यार , जो बिना कहे साथ देने आये वो दोस्ती
जो हमें गम दे वो प्यार , जो गम बांटे वो दोस्ती
जो सबको दुश्मन बनाये वो प्यार , जो सबको अपना बना दे वो दोस्ती
जो लौट आये वो प्यार , जो कबी साथ छोड़ क न जाये वो दोस्ती
जो दिल को चुभ जाये वो प्यार , जो दिल को छु जाये वो दोस्ती
जो मजनू राँझा ने न पाया वो प्यार , जो अर्जुन और सुदामा ने पाई वो दोस्ती
प्यार का दूसरा नाम है कुर्बानी , दोस्ती हर हाल में पड़ती है निभानी
प्यार मंजिल है ,दोस्ती रास्ता है ,दोनों का दिल से वास्ता है

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