मुझे पढो तो ज़रा अहतियात से पढना
मुझे पढो तो ज़रा अहतियात से पढना खुद अपनी जात में बिखरी हुई किताब हूँ मैं ......
Monday, September 14, 2009
मुझे सपनो की आदत डालते हो...........
सपनो से शिकायत नहीं मुझे
जब आँखों में नींद न हो..............
अपनों से शिकायत नहीं मुझे
जब कोई अपना न हो...........
तुम गैर होकर भी मुझे अपनों का अहसास दिलाते हो
यह पता है मुझे झोड़ जायेगे वही चोराहे पर
क्यों मुझे सपनो की आदत डालते हो...........
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